
मनरेगा को लेकर जांच होगी या ग्राम बासुहारी मे मनरेगा भ्रष्टाचार का दूसरा नाम होगा
गाजीपुर.. जनपद के जमानिया ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले बसुहारी ग्राम सभा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत चल रहे कार्यों में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। गांव के बसुहारी विनायक के खेत से तिवारी के खेत तक नाली खुदाई कार्य व वही ग्राम सभा में तीन वर्क व13 मसटरोल जब वही कार्य कार्य कर रहे हैं मनरेगा मजदूरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सामने आए इस मामले में यह आरोप लगाया जा रहा है कि कई जॉब कार्ड धारकों के नाम पर पैसा जारी किया जा रहा है स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा कार्य में मजदूरों के नाम का केवल उपयोग किया जाता है, जबकि असल में कार्य कोई और करता है। वहीं मनरेगा मजदूरों का अटेंडेंस लगभग 118 लोगों का लग रहा है और एक जमानिया ब्लाक अंतर्गत मोहम्मदपुर ग्राम सभा में क्षेत्र पंचायत से हो रहे नरेगा कार्यों में घाघली। वहीं जब इस विषय में मनरेगा विभाग के संबंधित अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है ग्रामीणों की माने तो यह भ्रष्टाचार लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन अब लोगों में जागरूकता बढ़ने के चलते इसका खुलासा हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस भ्रष्टाचार में साकारी कर्मचारियों की भी मिलीभगत रहती है ,जब ग्रामीणों से पूछा गया कि आप इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों तक नहीं करते हैं, तो उन्होंने बताया कि सारे अधिकारी मिले हुए हैं प्रधान के ऊपर कार्रवाई न करके प्रधान से पैसे लेकर अपना जेब भरते हैं।
बसुहारी सुदर्शन ग्राम प्रधान पर नरेगा को लेकर जांच होगी या नरेगा भ्रष्टाचार का दूसरा नाम होगा। अगर समय रहते जांच नहीं हुई, तो यह फर्जीवाड़ा न केवल सरकारी धन की बर्बादी का उदाहरण बनेगा, बल्कि ग्रामीणों के अधिकारों का हनन भी सिद्ध होगा।







