- सम्मनपुर में मनरेगा को लेकर जांच होगी या मनरेगा भ्रष्टाचार का दूसरा नाम होगा
गाजीपुर.. जनपद के कासिमाबाद ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सम्मनपुर ग्राम सभा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के तहत चल रहे कार्यों में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। गांव के जवाहर के घर से नदी के किनारे तक चकबंद कार्य व बसंत पोखरा से लालजी के खेत तक मिटटी कार्य में सामने आए इस मामले में यह आरोप लगाया जा रहा है कि कई जॉब कार्ड धारकों के नाम पर पैसा जारी किया जा रहा है, लेकिन काम यंत्रों से कराया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा कार्य में मजदूरों के नाम का केवल उपयोग किया जाता है, जबकि असल में कार्य कोई और करता है। जिन मजदूरों के खातों में भुगतान आता है, उनसे ग्राम प्रधान द्वारा 200 से 500 की राशि देकर जबरन पूरा पैसा निकाल लिया जाता है। कई जॉब कार्ड धारकों ने यह स्वीकार किया कि उन्हें बिना काम किए 3800से 7500 खाते में आता हैं, और पूरा भुगतान प्रधान जी अपने पास रख लेते हैं। एक ग्रामीण ने बताया कि हमसे कोई काम नहीं कराया जाता, लेकिन हमारे खाते में पैसा आ जाता है। प्रधान जी 500 देकर हमसे पूरा पैसा वापस ले लेते हैं। हमें भी लगता है कि बिना काम के कुछ पैसे मिल रहे हैं, तो ठीक ही है, लेकिन यह सही नहीं है। इस पूरे मामले में जब प्रधान पति से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि हमारे यहां कोई वर्क नहीं चल रहा है, लेकिन जब नरेगा पोर्टल पर देखा गया तो लगभग 100 मजूरों की हाजरी लगाई जा रही है। वहीं जब इस विषय में मनरेगा विभाग के संबंधित अधिकारियों से बात की गई, तो उन्होंने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है ग्रामीणों की माने तो यह भ्रष्टाचार लंबे समय से चला आ रहा है, लेकिन अब लोगों में जागरूकता बढ़ने के चलते इसका खुलासा हो रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इस भ्रष्टाचार में साकारी कर्मचारियों की भी मिलीभगत रहती है , जब ग्रामीणों से पूछा गया कि आप इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों तक नहीं करते हैं, तो उन्होंने बताया कि सारे अधिकारी मिले हुए हैं प्रधान के ऊपर कार्रवाई न करके प्रधान से पैसे लेकर अपना जेब भरते हैं।
सम्मनपुर प्रधान पर नरेगा को लेकर जांच होगी या नरेगा भ्रष्टाचार का दूसरा नाम होगा। अगर समय रहते जांच नहीं हुई, तो यह फर्जीवाड़ा न केवल सरकारी धन की बर्बादी का उदाहरण बनेगा, बल्कि ग्रामीणों के अधिकारों का हनन भी सिद्ध होगा।